सिर्फ मोबाइल से शुरू करें बिना निवेश के रीसेलिंग बिज़नेस और हर महीने कमाएं ₹30,000 तक, जानिए पूरी प्रोसेस,

WhatsApp Group Join Now

Reselling business without investment: क्या आप सोच भी सकते हैं कि सिर्फ अपने मोबाइल फोन से, बिना एक रुपये लगाए, हर महीने ₹30,000 तक की कमाई की जा सकती है? यह बिल्कुल सच है। आपको बस इस पूरे लेख को ध्यान से पढ़ना है। आज आपको बतायेंगे कि कैसे आप अपने मोबाइल फोन का सही इस्तेमाल करके एक स्थिर मासिक आय बना सकते हैं।

सिर्फ मोबाइल से शुरू करें बिना निवेश के रीसेलिंग बिज़नेस

हम दिनभर मोबाइल पर टाइम पास करते रहते हैं, उंगलियां स्क्रोल करती रहती हैं और घंटों समय बर्बाद हो जाता है। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि कुछ लोग इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और फेसबुक पर जूते, घड़ियाँ, कुर्तियाँ, साड़ियाँ, चादरें या अन्य कई प्रोडक्ट्स दिखा रहे होते हैं? असल में वे सिर्फ दिखा नहीं रहे होते, बल्कि पैसे भी कमा रहे होते हैं।

क्या है रीसेलिंग बिज़नेस और यह इतना पॉपुलर क्यों हो रहा है?

आज हम जिस बिज़नेस की बात कर रहे हैं, वह है रीसेलिंग। रीसेलिंग का मतलब है कि आप किसी और के प्रोडक्ट को अपने कस्टमर को बेचते हैं, उस पर अपना कमीशन रखते हैं और उस प्रोडक्ट की डिलीवरी की जिम्मेदारी डीलर की होती है। आपको स्टॉक रखने या किसी प्रोडक्ट को पैक करने की ज़रूरत नहीं होती, जिससे आपका सारा निवेश शून्य हो जाता है।

भारत में रीसेलिंग का मार्केट कितना बड़ा है, इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि The Economic Times के अनुसार 2020 में भारत में रीसेलिंग मार्केट $600 मिलियन का था, और 2025 तक यह $7 बिलियन (700 करोड़ डॉलर) तक पहुँच सकता है।

रीसेलिंग बिज़नेस की शुरुआत कैसे करें?

रीसेलिंग शुरू करने के लिए आपको ज़रूरत होती है एक प्रोडक्ट, एक डीलर और एक सोशल मीडिया ब्रांड पेज की, जहाँ से आप अपने प्रोडक्ट्स को प्रमोट और बेच सकें। आप चाहें तो इंस्टाग्राम, फेसबुक, व्हाट्सएप, यूट्यूब या अपनी वेबसाइट के ज़रिए प्रोडक्ट्स बेच सकते हैं।

अब सवाल ये आता है कि प्रोडक्ट्स मिलेंगे कहाँ से? इसका सबसे आसान उत्तर है – आपको खुद स्टॉक रखने की ज़रूरत नहीं है, बल्कि आप किसी ऐसे डीलर से जुड़ सकते हैं जो रीसेलर्स के साथ काम करता हो।

उदाहरण के लिए, यदि आप जूते रीसेल करना चाहते हैं तो इंस्टाग्राम पर सर्च करें – Best Shoes Dealer in India/Delhi/Mumbai। आपको कई ऐसे डीलर्स मिलेंगे जिनके प्रोफाइल पर “Resellers Welcome” लिखा होगा और साथ में उनका मोबाइल नंबर भी दिया होगा।

डीलर ढूंढते समय सावधान रहना क्यों ज़रूरी है?

ऑनलाइन फ्रॉड का खतरा हमेशा बना रहता है, इसलिए डीलर चुनते समय सतर्क रहें। डीलर का सोशल मीडिया प्रेज़ेंस चेक करें, उनकी पोस्ट पर आए रिव्यू और कमेंट्स पढ़ें। अगर संभव हो तो अपने किसी परिचित को उस दुकान पर भेजकर उसकी सत्यता की पुष्टि करवाएं।

यदि डीलर का कोई सोशल मीडिया प्रोफाइल नहीं है या कोई ऑनलाइन उपस्थिति नहीं है, तो ऐसे लोगों से बचना चाहिए। पैसा ट्रांसफर करने से पहले ग्राहक से पेमेंट स्क्रीनशॉट लें और अपने अकाउंट में पेमेंट आने की पुष्टि करें।

रीसेलिंग से कमाई का तरीका क्या है?

मान लीजिए मैं एक जूता डीलर हूं और आप मेरे रीसेलर हैं। मैंने आपको एक जोड़ी जूते ₹1500 में दिए और आपने उसे ₹2000 में ग्राहक को बेचा। इस तरह आपका सीधा फायदा ₹500 का हो गया।

अगर आप प्रतिदिन सिर्फ दो ऑर्डर भी पूरे करते हैं तो ₹1000 प्रतिदिन और ₹30,000 प्रति माह की कमाई संभव है।

कई लोग सिर्फ जूतों से नहीं, बल्कि कुर्तियाँ, साड़ियाँ, टी-शर्ट्स, बच्चों के कपड़े, बैग, घड़ियाँ और यहां तक कि होम डेकोर प्रोडक्ट्स भी रीसेल कर रहे हैं।

रीसेलिंग बिज़नेस के कुछ नुकसान भी जान लें

हालांकि यह बिज़नेस कम निवेश में अच्छा रिटर्न देता है, लेकिन इसके कुछ चुनौतियाँ भी हैं।
2020 के लॉकडाउन के बाद हर किसी ने ऑनलाइन काम शुरू किया, जिससे मार्केट में प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ गई है। इसलिए आपको एक अलग पहचान बनानी होगी ताकि आप भीड़ में खो न जाएं।

इसके अलावा, आपके मोबाइल पर सोशल मीडिया एक्टिविटी बहुत बढ़ जाएगी। ग्राहकों को समय पर जवाब देना, पेज पर अपडेट डालना, ऑर्डर ट्रैक करना – ये सब काम समय लेते हैं।

और जैसा कि पहले बताया गया, फ्रॉड के मामले भी काफी बढ़ गए हैं। किसी भी डीलर या ग्राहक से डील करते समय पूरी सतर्कता बरतनी होगी।

रीसेलिंग बिज़नेस के फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे

सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको किसी भी प्रकार का निवेश करने की ज़रूरत नहीं होती। न आपको स्टॉक रखना है, न पैकिंग करनी है, न ही खुद डिलीवरी करनी है।

आप बस ऑर्डर लीजिए, डीलर को दीजिए और अपना कमीशन काट कर बाकी पैसा डीलर को भेज दीजिए। आप इस बिज़नेस को कहीं से भी चला सकते हैं – घर से, कॉलेज से या यहां तक कि विदेश से भी – बस आपके पास एक स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए।

Leave a Comment